बढ़ते रॉकेट लॉन्च बन सकते हैं ओजोन लेयर के लिए खतरा

जुलाई 24, 2025

सभी तस्वीरें Shutterstock से ली गई हैं।

रॉकेट लॉन्च की संख्या तेजी से बढ़ रही है और इससे ओजोन लेयर को खतरा हो सकता है, एक नई स्टडी में इसको लेकर चेतावनी दी गई है।

स्टडी में कहा गया है कि ग्लोगल रॉकेट लॉन्च में हालिया वृद्धि से पृथ्वी की अहम ओजोन लेयर को खतरा पैदा हो सकता है।

ओजोन लेयर पृथ्वी पर जीवन को हानिकारक अल्ट्रावॉयलेट (यूवी) रेडिएशन से बचाती है, जिससे इसका संरक्षण हमारे ग्रह के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हो जाता है।

अंतरिक्ष इंडस्ट्री के तेजी से ग्रोथ के कारण रॉकेट लॉन्च और अंतरिक्ष में फिर से प्रवेश करने वाले मलबे में वृद्धि हुई है।

इन गतिविधियों से मध्य वायुमंडल में प्रदूषक निकलते हैं, जो ओजोन लेयर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। दशकों से इस समस्या को कम करके आंका गया है, लेकिन वैज्ञानिक अब इसके खतरे को समझने लगे हैं।

2019 में, दुनिया भर में केवल 97 ऑर्बिटल अंतरिक्ष रॉकेट लॉन्च हुए, जो 2024 तक बढ़कर 258 हो गए और इसके तेजी से बढ़ने की उम्मीद है।

कैंटरबरी यूनिवर्सिटी की एक स्टडी में यह बताया कि 2030 तक अनुमानित रॉकेट उत्सर्जन ओजोन परत को कैसे असर डालेगा, और पाया गया कि ग्लोबल एवरेज ओजोन मोटाई लगभग 0.3% कम हो सकती है।

स्टडी में यह भी पाया गया कि रॉकेटों से होने वाले उत्सर्जन, जो वर्तमान में अनियमित हैं, ओजोन परत की पुनर्प्राप्ति में वर्षों या दशकों तक की देरी कर सकते हैं।

यह विशेष रूप से चिंताजनक है क्योंकि ग्लोबल ओजोन लेयर अभी भी पूर्व-औद्योगिक स्तरों की तुलना में लगभग 2% पतली है और लगभग 2066 तक इसके पूरी तरह से ठीक होने की उम्मीद नहीं है। 

स्टडी ओजोन लेयर की सुरक्षा के लिए वैज्ञानिकों, नीति निर्माताओं और उद्योग के बीच समन्वित कोशिशों की जरूरत पर जोर देता है।

इसमें रॉकेट उत्सर्जन की निगरानी, क्लोरीन और कालिख पैदा करने वाले ईंधनों का उपयोग कम करने की बात कही गई है।

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