NOVEMBER 25, 2024

जेंडर इक्वॉलिटी दिलाएगी $7 ट्रिलियन

दुनिया की आधी आबादी आज भी है आर्थिक सशक्तिकरण से दूर। ग्लोबल वर्कफोर्स में हैं 42% महिलाएं। (World Economic Forum)

SDG 5 के तहत है लक्ष्य साल 2030 तक जेंडर इक्वॉलिटी को हासिल करने का ताकि व्यापक और समावेशी हो विकास। 

इसके लिए महिला सुरक्षा है जरूरी। दुनिया में हर 3 में से 1 महिला झेल चुकी है शारीरिक हिंसा। (UN Report)

महिलाओं की कमजोर स्थिति का अर्थव्यवस्था पर पड़ता है बुरा असर। कुछ देशों की GDP को होता है 3.7% तक का घाटा। (UN Women)

महिलाओं के खिलाफ हिंसा और भेदभाव और हिंसा से सालाना ग्लोबल इकॉनमी को होता है $6 ट्रिलियन का नुकसान। (UN Women)

फीमेल लेबर फोर्स के कमजोर होने से इकॉनमी नहीं करती पूरी क्षमता का इस्तेमाल। लेबर सप्लाई से लेकर क्वॉलिटी तक, सब गिरता जाता है। 

जेंडर गैप खत्म किया तो ग्लोबल इकॉनमी को होगा $7 ट्रिलियन का फायदा (UN Women) और 20% से बढ़ेगा ग्लोबल GDP (World Bank)

काम करने की आजादी, स्किल डिवेलपमेंट, वर्कप्लेस पर सुरक्षा और समानता आर्थिक सशक्तिकरण के लिए हैं जरूरी।

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