अफ्रीका को तोड़ नया महासागर बनाएगी पृथ्वी की धड़कन!

जुलाई 10, 2025

तस्वीरें प्रतीकात्मक हैं और Shutterstock से ली गई हैं।

अफ्रीका की गहराई में एक तेज और स्थिर धड़कन पाई गई है, जो मानव दिल की तरह धड़क रही है। यह धड़कन धीरे-धीरे अफ्रीका महाद्वीप को अलग कर रही है।

इस पूरे प्रोसेस में अफ्रीका टुकड़ों में बंट सकता है और साथ ही एक नए महासागर का जन्म हो सकता है। ऐसा रिसर्चर्स के एक ग्रुप ने दावा किया है।

दुनिया के अलग-अलग हिस्सों के रिसर्चर्स ने इसको लेकर जो बातें बताई हैं, वह काफी हैरान करने वाली हैं।

इथियोपिया के अफार एरिया के नीचे की पपड़ी और मेंटल का अध्ययन करने के बाद दुनिया भर के रिसर्चर्स के एक ग्रुप ने यही कहा है।

जिन क्षेत्रों में टेक्टोनिक प्लेटें एक-दूसरे से दूर हटती हैं, वहां जमीन फैलती और पतली होती जाती है। लाखों सालों में, यह टूटकर एक नया महासागरीय बेसिन बना सकती है।

साउथेम्प्टन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इथियोपिया के अफार एरिया की गहराई में एक स्थिर, लयबद्ध धड़कन पाई है, जो मानव हृदय की धड़कन के समान है।

यह धड़कन पिघले हुए मैग्मा द्वारा पृथ्वी की पपड़ी पर नीचे से दबाव डालने के कारण उत्पन्न होती है। समय के साथ, यह धीरे-धीरे महाद्वीप को विभाजित कर रहा है।

25 जून, 2025 को नेचर जियोसाइंस में प्रकाशित यह स्टडी बताती है कि ये प्लेटें गर्म मेंटल पदार्थ के ऊपर की ओर प्रवाह को कैसे प्रभावित करती हैं।

जैसे-जैसे महाद्वीप विभाजित होता जा रहा है, एक नया महासागरीय बेसिन आकार ले रहा है।

हालांकि दरार के साथ दरारें पहले से ही दिखाई दे रही हैं, वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि इस महाद्वीप के पूरी तरह से अलग होने में अभी भी कई मिलियन साल लगेंगे।

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