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केंद्रीय वेतन आयोग सरकारी कर्मचारियों की सैलरी, पेंशन जैसे भत्तों को रिव्यू करता है।
समय के साथ बदलती जरूरतों के आधार पर आयोग इनमें इजाफे का प्रस्ताव देता है।
इसमें वेतन आयोग के काम आता है फिटमेंट फैक्टर।
फिटमेंट फैक्टर एक मल्टिप्लायर होता है जिसका इस्तेमाल पेंशन, सैलरी जैसे भत्ते बढ़ाने के लिए होता है।
उदाहरण के लिए 7वें वेतन आयोग ने 2.57 के फिटमेंट फैक्टर का प्रस्ताव दिया था।
उस वक्त कर्मचारियों की सैलरी को 2.57 से मल्टिप्लाई करने पर नई सैलरी निकल आई।
8वें वेतन आयोग से कर्मचारियों के प्रतिनिधि 2.86 के फिटमेंट फैक्टर की मांग कर रहे हैं।
ऐसा होने पर न्यूनतम सैलरी ₹51,480 पर पहुंच सकती है जो अभी ₹18,000 है।
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