top stock exchanges

अर्थशास्त्र: चाणक्य की 8 बातें जो आज भी इकॉनमी पर लागू

100x100-owjcrwykpb.png

2 अप्रैल 2025

तस्वीर: Shutterstock

Taylor Swift

प्राचीन भारत के मगध महाजनपद की गद्दी मौर्य वंश के राजा चंद्रगुप्त मौर्य को हासिल होने का आधार मानी जाती हैं महान विद्वान चाणक्य या कौटिल्य की रणनीतियां।

100x100-owjcrwykpb.png

तस्वीर: आशीष भटनागर/ वीकिपीडिया

Taylor Swift

चाणक्य के नाम एक और मिसाल है- अर्थशास्त्र। यानी ‘अर्थ’ (संपत्ति, संपन्नता) का विज्ञान, जो बताता है कि एक राजा की राजनीतिक, सैन्य और आर्थिक नीतियां कैसी हों।

100x100-owjcrwykpb.png

तस्वीर: वीकिपीडिया

Taylor Swift

यूं तो आज का समाज, अर्थव्यवस्था के आधार और व्यापार नीतियां चाणक्य के समय से बिलकुल अलग हैं, अर्थशास्त्र की कई बातें आज भी प्रासंगिक हैं।

तस्वीर: X, @mygovindia

आर्थिक संपन्नता का आधार हैं कृषि, व्यापार और उद्योग। खेती में सिंचाई, क्रॉप रोटेशन जैसे इनोवेशन और उद्योग में फैक्ट्री निर्माण, टैक्स में राहत जैसी कोशिशें जरूरी।

तस्वीर: Shutterstock

1. इकॉनमी का आधार

चाणक्य के मुताबिक फिस्कल और मॉनिटरी पॉलिसी दोनों में बैलेंस होना चाहिए। वह इसके लिए टैक्स का समर्थन भी करते हैं जिससे सरकारी खजाना दुरुस्त रहे।

2. पॉलिसी बैलेंस जरूरी

तस्वीर: Shutterstock

घरेलू व्यापार को बढ़ावा देने के लिए सरकार को हाइवे, कनाल जैसे बुनियादी ढांचे का निर्माण करना चाहिए।

3. इन्फ्रास्ट्रक्चर

तस्वीर: Shutterstock

इकॉनमी को संभालना राजा का दायित्व, सक्रिय हो भूमिका। 21वीं सदी में बढ़ते संरक्षणवाद की तरह चाणक्य का भी मानना था कि अपने हित के बारे में सबसे पहले सोचे राज्य।

4. राष्ट्रहित सबसे ऊपर

तस्वीर: Shutterstock

वित्तीय मजबूती के लिए बचत और विवेकपूर्ण खर्च पर हो ध्यान। सोच-समझकर खर्च करना संपन्नता बढ़ाने का पहला कदम है।

5. बचत से बढ़त

तस्वीर: Shutterstock

चाणक्य के मुताबिक ‘अर्थ’ सिर्फ ‘धर्म’ और ‘काम’ जैसे लक्ष्यों तक पहुंचने का रास्ता है, खुद डेस्टिनेशन नहीं। इसलिए ध्यान लक्ष्य पर हो, ‘अर्थ’ पर सीमित नहीं।

6. पैसा है सिर्फ जरिया

तस्वीर: Shutterstock

चाणक्य ने शासन, राजनीति और विकास को समाज कल्याण से जोड़ा है। उनके मुताबिक राजा प्रजा का पालक है और ये धर्म (नैतिक मूल्य) ‘अर्थ’ से ऊपर होना चाहिए। 

7. समाज कल्याण

तस्वीर: Shutterstock

एक राष्ट्र की मजबूती और स्थिरता के लिए संपन्नता और आर्थिक वृद्धि जरूरी है। ऐसे देशों की सैन्य क्षमता भी होती है दमदार।

8. संपन्नता से स्थिरता

तस्वीर: Shutterstock

कभी चौकोर, कभी तांबे-सीसे से बने... यूं रहा सिक्कों का इतिहास

अगली स्टोरी देखें-

क्लिक करें